दीर्घ सन्धि की परिभाषा व उदाहरण Dirgh sandhi in sanskrit
दीर्घ संधि की परिभाषा:- दीर्घ स्वर – अ आ इ ई उ ऊ और ऋ के बाद ह्रस्व अथवा दीर्घ स्वर – अ आ इ ई उ ऊ ओर ऋ स्वर आ जाए तो दोनों मिलकर दीर्घ आ ई ऊ और ऋ हो जाते है। इस मिलने से बनने वाली संधि ”दीर्घ स्वर संधि” कहलाती है।
दीर्घ स्वर संधि के कुल 12 नियम है
(1) अ + आ = आ
(2) आ + अ = आ
(3) अ + अ = आ
(4) आ + आ = आ
(5) इ + इ = ई
(6) ई + इ = ई
(7) ई + ई = ई
(8) इ + ई = ई
(9) उ + उ = ऊ
(10) ऊ + उ = ऊ
(11) उ + ऊ = ऊ
(12) ऊ + ऊ = ऊ
dirgha sandhi ke udaharan
Dirgha sandhi में (अ + अ = आ ) के उदाहरण :-
मत + अनुसार मतानुसार
वेद + अंत वेदांत
परम + अर्थ परमार्थ
धर्म + अधर्म धर्माधर्म
सत्य + अर्थ सत्यार्थ
अन्न + अभाव अन्नाभाव
धर्म + अर्थ धर्मार्थ
स्व + अर्थी स्वार्थी
शास्त्र + अस्त्र = शास्त्रास्त्र
वेद + अंत = वेदान्त
गव + अक्ष = गवाक्ष
सुषुप्त + अवस्था = सुषुप्तावस्था
अभय + अरण्य = अभयारण्य
शिव + अयन = शिवायन
स्व + अभिमान = स्वाभिमान
अन्य + अन्य = अन्यान्य
धर्म + अर्थ = धर्मार्थ
मत + अनुसार मतानुसार
देव + अर्चन देवार्चन
अंध + अनुगामी = अंधानुगामी
स्व + अनुभूत = स्वानुभूत
राम + अवतार = रामावतार
शास्त्र + अर्थ = शास्त्रार्थ
शरण + अर्थी = शरणार्थी
ऊह + अपोह = ऊहापोह
मुख + अपेक्षी = मुखापेक्षी
अर + अवली = अरावली
विकल + अंग = विकलांग
न्यून + अधिक = न्यूनाधिक
काम + अयनी = कामायनी
मुर + अरि = मुरारि
स + अवधान = सावधान
नयन + अंबु = नयनांबु
मध्य + अह्न = मध्याह्न
अक्ष + अंश = अक्षांश
शोक + अन्वित = शोकान्वित
विचार + अधीन = विचाराधीन
अधिक + अधिक = अधिकाधिक
हिम + अंशु = हिमांशु
प्राप्त + अंक = प्राप्तांक
आत्म + अवलोकन = आत्मावलोकन
पद + अवनत = पदावनत
शत + अंश = शतांश
दाव + अनल = दावानल
काम + अग्नि = कामाग्नि
उत्तम + अंग = उत्तमांग
दाव + अग्नि = दावाग्नि
देह + अंत = देहान्त
अपर + अहन् = अपराह्न
परम + अर्थ = परमार्थ
स्व + अधीन = स्वाधीन
देव + अर्चन = देवार्चन
मत + अनुसार = मतानुसार
भाव + अर्थ = भावार्थ
कर्म + अर्थ = कर्मार्थ
युग + अंत = युगांत
पद + अर्थ = पदार्थ
अर्ध + अंश = अर्धांश
स + अवयव = सावयव
मत + अंतर = मतांतर
सत्य + अर्थी = सत्यार्थी
देश + अटन = देशाटन
शश + अंक = शशांक
हिम + अद्रि = हिमाद्रि
नव + अंकुर = नवांकुर
जन्म + अन्तर = जन्मान्तर
उत्तर + अर्द्ध = उत्तरार्द्ध
अस्त + अचल = अस्ताचल
नयन + अभिराम = नयनाभिराम
मध्य + अवधि = मध्यावधि
पूर्व + अर्द्ध = पूर्वार्द्ध
रस + अनुभूति = रसानुभूति
जठर + अग्नि = जठराग्नि
दीप + अवली = दीपावली
छिद्र + अन्वेषी = छिद्रान्वेषी
पूर्ण + अंक = पूर्णांक
दीप + अंजलि = दीपांजलि
पुण्डरीक + अक्ष = पुण्डरीकाक्ष
deergha sandhi examples in hindi
Dirgha sandhi में (अ + आ = आ) के उदाहरण :-
शिव + आलय शिवालय
नव + आगत नवागत
सत्य + आग्रह सत्याग्रह
धर्म + आत्मा धर्मात्मा
परम + आनंद परमानंद
शाक + आहारी = शाकाहारी
फल + आहार = फलाहार
गज + आनन गजानन
देव + आलय देवालय
देव + आगमन देवागमन
रत्न + आकर रत्नाकर
न्याय + आलय = न्यायालय
परम + आत्मा = परमात्मा
पुस्तक + आलय = पुस्तकालय
सत्य + आनंद = सत्यानन्द
नित्य + आनंद = नित्यानंद
कुश + आसन = कुशासन
हिम + आलय हिमालय
दीप + आधार = दीपाधार
विजय + आकांक्षी = विजयाकांक्षी
विशाल + आकाय = विशालाकाय
धर्म + आत्मा = धर्मात्मा
रत्न + आकर = रत्नाकर
परम + आनंद = परमानंद
परम + आवश्यक = परमावश्यक
स + आनंद = सानंद
राम + आश्रय = रामाश्रय
राम + आज्ञा = रामाज्ञा
शिव + आलय = शिवालय
सचिव + आलय = सचिवालय
उच्च + आशय = उच्चाशय
देव + आलय = देवालय
छात्र + आलय = छात्रालय
भोजन + आलय = भोजनालय
देव + आगमन = देवागमन
शस्त्र + आगार = शस्त्रागार
स्नेह + आकांक्षी = स्नेहाकांक्षी
विस्मय + आदि = विस्मयादि
सह + आयक = सहायक
पंच + आयत = पंचायत
मयूर + आकृति = मयूराकृति
जन + आकीर्ण = जनाकीर्ण
विरह + आकुल = विरहाकुल
विवाद + आस्पद = विवादास्पद
भय + आक्रान्त = भयाक्रांत
सौभाग्य + आकांक्षिणी = सौभाग्याकांक्षिणी
हास्य + आस्पद = हास्यास्पद
कुसुम + आकर = कुसुमाकर
पघ + आत्मक = पघात्मक
पुण्य + आत्मा = पुण्यात्मा
वज्र + आघात = वज्राघात
अरण्य + आच्छादित = अरण्याच्छादित
चरण + आयुध = चरणायुध
गमन + आगमन = गमनागमन
मेघ + आलय = मेघालय
कृप + आचार्य = कृपाचार्य
दूत + आवास = दूतावास
द्रोण + आचार्य = द्रोणाचार्य
पत्र + आचार = पत्राचार
तुषार + आवृत = तुषारावृत
नख + आयुध = नखायुध
पद्म + आकर = पद्माकर
पघ + आत्मक = पघात्मक
द्राक्षा + अवलेह = द्राक्षावलेह
रेखा + अंश = रेखांश
आज्ञा + अनुपालन = आज्ञानुपालन
रेखा + अंकित = रेखांकित
सीमा + अंकित = सीमांकित
परा + अस्त = परास्त
मुक्त्ता + अवली = मुक्त्तावली
dirgh sandhi examples in hindi
Dirgha sandhi में ( आ + अ = आ ) के उदाहरण :-
सीमा + अंत सीमांत
द्राक्षा + अरिष्ट = द्राक्षारिष्ट
विघा + अभ्यास = विघाभ्यास
विघा + अनुराग = विघानुराग
करुणा + अवतार = करुणावतार
आज्ञा + अनुसार = आज्ञानुसार
पुरा + अवशेष = पुरावशेष
रचना + अवली = रचनावली
ब्रह्मा + अंड = ब्रह्माण्ड
रेखा + अंकित रेखांकित
सेवा + अर्थ सेवार्थ
शिक्षा + अर्थी शिक्षार्थी
विद्या + अर्थी विद्यार्थी
रेखा + अंश रेखांश
परीक्षा + अर्थी परीक्षार्थी
दिशा + अंतर दिशांतर
यथा + अर्थ यथार्थ
दीक्षा + अंत दीक्षांत
विघा + अग्र =विघाग्र
द्वारिका + अधीश = द्वारिकाधीश
सेवा + अर्थ = सेवार्थ
सत्ता + अंतरण = सत्तांतरण
कविता + अवली = कवितावली
करुणा + अमृत = करुणामृत
मालविका + अग्निमित्र = मालविकाग्निमित्र
दन्त + अवली = दन्तावली
आत्मा + अवलम्बन = आत्मावलम्बन
प्रजा + अर्थ = प्रजार्थ
भाषा + अंतर = भाषांतर
सुधा + अंशु = सुधांशु
दिशा + अंतर = दिशांतर
विघा + अभ्यास = विघाभ्यास
यथा + अर्थ = यथार्थ
dirgh sandhi ke 10 udaharan
Dirgha sandhi में ( आ + आ = आ) के उदाहरण :-
दया + आनंद दयानन्द
वार्ता + आलाप = वार्तालाप
कृपा + आकांक्षी = कृपाकांक्षी
प्रेक्षा + आगार = प्रेक्षागार
कारा + आवास = कारावास
मिथ्या + आचार = मिथ्याचार
चिकित्सा + आलय = चिकित्सालय
चिंता + आतुर = चिंतातुर
भाषा + आबद्ध = भाषाबद्ध
प्रतीक्षा + आलय = प्रतीक्षालय
श्रद्धा + आनद श्रद्धानन्द
दया + आनंद दयानन्द
विद्या + आलय विद्यालय
वार्ता + आलाप वार्तालाप
कारा + आवास कारावास
महा + आनंद महानंद
महा + आत्मा महात्मा
तथा + आगत = तथागत
जरा + आयु = जरायु
गदा + आघात = गदाघात
श्रद्धा + आनंद = श्रद्धानंद
महा + आनंद = महानंद
कारा + आगार = कारागार
श्रद्धा + आलु = श्रद्धालु
शंका + आलु = शंकालु
deergh sandhi ke udaharan
Dirgha sandhi में ( इ + इ = ई ) के उदाहरण :-
रवि + इंद्र रवींद्र
अभि + इष्ट अभीष्ट
मुनि + इंद्र मुनींद्र
कवि + इंद्र कवीन्द्र
अति + इव अतीव
प्राप्ति + इच्छा = प्राप्तीच्छा
योगिन् + इन्द्र = योगीन्द्र
शशि + इन्द्र = शशीन्द्र
प्रति + इत = प्रतीत
अधि + इन = अधीन
मणि + इन्द्र = मणीन्द्र
अति + इत = अतीत
कवि + इच्छा = कवीच्छा
हरि + इच्छा = हरीच्छा
प्रति + इति = प्रतीति
मुनि + इन्द्र = मुनीन्द्र
गिरि + इन्द्र = गिरीन्द्र
अति + इव = अतीव
यति + इन्द्र = यतीन्द्र
कपि + इंद्र कपींद्र
मुनि + इंद्र मुनीन्द्र
Dirgha sandhiमें ( इ + ई = ई ) के उदाहरण :-
अधि + ईक्षक = अधीक्षक
वि + ईक्षण = वीक्षण
परि + ईक्षक = परीक्षक
वि + ईक्षक = वीक्षक
हरि + ईश हरीश
हरि + ईश = हरीश
कपि + ईश = कपीश
गिरि + ईश गिरीश
मुनि + ईश्वर मुनीश्वर
परि + ईक्षा परीक्षा
रवि + ईश = रवीश
प्रति + ईक्षा = प्रतीक्षा
कवि + ईश्वर = कवीश्वर
रति + ईश = रतीश
अति + ईला = अतीला
अधि + ईक्षण = अधीक्षण
वारि + ईश = वारीश
कपि + ईश्वर = कपीश्वर
अधि + ईश = अधीश
अधि + ईश्वर = अधीश्वर
परि + ईक्षा = परीक्षा
Dirgha sandhi में ( ई + इ = ई ) के उदाहरण :-
शची + इंद्र शचींद्र
मही + इंद्र महींद्र
नदी + इन्द्र = नदीन्द्र
यती + इन्द्र = यतीन्द्र
सती + इला = सतीला
लक्ष्मी + इच्छा लक्ष्मीच्छा
पत्नी + इच्छा पत्नीच्छा
नारी + इंदु नारीन्दु
गिरि + इंद्र गिरीन्द्र
योगी + इंद्र योगीन्द्र
सुधी + इन्द्र = सुधीन्द्र
हिंदी + इतर = हिंदीतर
स्त्री + इतर = स्त्रीतर
नारी + इच्छा = नारीच्छा
Dirgha sandhi में ( ई + ई = ई ) के उदाहरण :-
नदी + ईश नदीश
मही + ईश्वर = महीश्वर
रजनी + ईश = रजनीश
मही + ईश = महीश
सती + ईश = सतीश
जानकी + ईश = जानकीश
पृथ्वी + ईश = पृथ्वीश
सती + ईश सतीश
नारी + ईश्वर नारीश्वर
लक्ष्मी + ईश लक्ष्मीश
भारती + ईश्वर = भारतीश्वर
लक्ष्मी + ईश = लक्ष्मीश
योगी + ईश्वर योगीश्वर
नारी + ईश्वर नारीश्वर
रजनी + ईश रजनीश
जानकी + ईश जानकीश
Dirgha sandhi में (उ + उ = ऊ) के उदाहरण :-
गुरु + उपदेश गुरूपदेश
लघु + उत्तर लघूत्तर
सु + उक्ति सूक्ति
अनु + उदित अनूदित
विधु + उदय विधूदय
भानु + उदय भानूदय
Dirgha sandhi में ( उ + ऊ = ऊ) के उदाहरण :-
साधु + ऊर्जा साधूर्जा
मधु + ऊष्मा माधूष्मा
सिंधु + ऊर्मि सिंधूर्मि
अम्बु + ऊर्मि अम्बूर्मी
मधु + ऊष्मा माधूष्मा
सिंधु + ऊर्मि सिंधूर्मि
साधु + ऊर्जा साधूर्जा
लघु + ऊर्मि लघूर्मि
धातु + ऊष्मा धातूष्मा
Dirgha sandhi में ( ऊ + उ = ऊ) के उदाहरण :-
वधू + उपकार वधूपकार
सरयू + उल्लास सरयूल्लास
भू + उत्सर्ग भूत्सर्ग
भू + उद्धार भूद्धार
वधू + उत्सव वधूत्सव
Dirgha sandhi में ( ऊ + ऊ = ऊ) के उदाहरण :-
भू + उर्ध्व भूर्ध्व
सरयू + ऊर्मि सरयूर्मि
वधू + ऊर्मि वधू्र्मि
भू + ऊर्जा भूर्जा
भू + ऊष्मा भूष्मा
स्वर संधि | दीर्घ संधि | गुण संधि |
वृद्धि संधि | यण संधि | अयादि संधि |
Tag title