यण संधि की परिभाषा और उदाहरण Yan Sandhi Ki Paribhasha evam …hindi0point

यण संधि की परिभाषा और उदाहरण Yan Sandhi Ki Paribhasha evam …hindi0point

꧁ यण संधि꧂

यण संधि की परिभाषा और उदाहरण Yan Sandhi Ki Paribhasha evam ...hindi0point

 

सामान्य सूत्र लक्षण
इ/ ई + असमान स्वर
उ/ऊ + असमान स्वर
ऋ+ असमान स्वर र्

 

यण संधि के उदाहरण :-

 

इ/ ई + असमान स्वर =य


इ + अ
यदि + अपि यद्यपि
अति + अधिक अत्यधिक
अति + अन्त अत्यन्त

 

 

ई+ अ
नदी + अम्बु नद्यम्बु

 

 

इ + आ या
इति + आदि इत्यादि
अति + आनंद अत्यानंद
अति + आचार अत्याचार
वि + आप्त व्याप्त
परि + आवरण पर्यावरण
अभि + आगत अभ्यागत

 

 

ई + आ या
सखी + आगमन संख्यागमन
नदी + आगम नद्यागम
देवी + आगम देव्यागम
नदी + आमुख नद्यामुख

 

 

इ + उ यु
अति + उतम अत्युत्तम
प्रति + उपकार प्रत्युपकार
उपरि + युक्त उपर्युक्त

 

 

इ + ऊ यु
नि + ऊन न्यून
अति + उर्ध्व अत्यूर्ध्व

 

 

ई + उ यु
स्त्री + उपयोगी स्त्रीयुपयोगी

 

 

ई + ऊ यु
नदी + ऊर्मि नघूर्मि

 

 

इ + ए ये
प्रति + एक प्रत्येक
अधि + एषणा अध्येषणा

 

 

इ + ऐ यै
अति + ऐश्वर्य अत्यैश्वर्य

 

 

ई + ऐ यै
सखी + ऐक्य सख्यैक्य
नदी + ऐश्वर्य नद्यैश्वर्य
देवी + ऐश्वर्य देव्यैश्वर्य

 

 

इ + ओ यो
अति + ओज अत्योज
दधि + ओदन दध्योदन

 

इ + औ यौ
अति + औदार्य अत्यौदार्य
अति + औचित्य अत्यौचित्य

 

 

ई + औ यौ
वाणी + औचित्य वाण्यौचित्य

 

उ/ऊ + असमान स्वर= व


उ + अ
सु + अल्प स्वल्प
मनु + अंतर मन्वतर
सु + अच्छ स्वच्छ
अनु + अय अन्वय
मधु + अरि मध्वरि
उ + आ वा
सु + आगत स्वागत
मधु + आलय मध्वालय

 

 

उ + ऐ वै
अल्प + ऐश्वर्य अल्पेश्वर्य

 

 

उ + ओ वो
लघु + ओष्ठ लघ्वोष्ठ

 

 

उ + औ वौ
लघु + आदि लघ्वादि

 

 

उ + इ वि
अनु + इति अन्विति
अनु + इत अन्वित

 

 

उ + ई वी
अनु + ईषण अन्वीक्षण

 

 

उ + ए वे
अनु + एषण अन्वेषण
प्रभु + एषणा प्रभ्वेषणा
गुरु + औदर्य गुवौदार्य

 

 

ऊ + आ वा
वधू + आगमन वध्वागमन

 

 

ऊ + ऐ
वधू + ऐश्वर्य वध्वैश्वर्य

 

ऋ+ असमान स्वर = र्


ऋ+ अ
पितृ + अनुमति पित्रनुमति

 

 

ऋ+इ रि
मातृ+ इच्छा मात्रिच्छा
पितृ + इच्छा पित्रिच्छा

 

 

ऋ + आ रा
मातृ + आज्ञा मात्राज्ञा
ॠ + उ रु
मातृ + उपदेश मात्रुपदेश

 

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